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पटना16 मिनट पहले
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CM नीतीश कुमार ने राजकुमार सिंह को JDU की सदस्यता दिलाई।
लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के एकमात्र विधायक राजकुमार सिंह ने मंगलवार को जनता दल युनाइटेड (JDU) का दामन थाम लिया। वे CM नीतीश कुमार, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, शिक्षा मंत्री विजय चौधरी और सांसद राजीव रंजन सिंह की मौजूदगी में जदयू में शामिल हुए। उधर, LJP का कहना है कि पार्टी ने राजकुमार सिंह पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने के कारण उनके खिलाफ एक्शन लिया है, इसलिए वे LJP छोड़कर भाग गए हैं। राजकुमार सिंह के JDU में जाने से अब JDU में विधायकों की संख्या 45 हो गई है।
भास्कर ने 2 महीने पहले ही बता दिया था कि राजकुमार सिंह जल्द ही JDU में चले जाएंगे। खरमास खत्म होते ही JDU ‘मिशन तोड़-फोड़’ में लग जाएगा। JDU ने इसकी शुरुआत बसपा से की। पार्टी के एकमात्र विधायक जमा खान को अपने पक्ष में कर लिया। इसके बाद निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह ने भी JDU को अपना ‘समर्थन पत्र’ दे दिया। फिर लोजपा के एकमात्र विधायक राजकुमार सिंह ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की। मुलाकात के बाद अपनी ‘आस्था’ नीतीश कुमार के प्रति जता कर खुद के JDU में विलय का रास्ता साफ कर लिया था।
बीते दिनों LJP से जीते विधायक राजकुमार सिंह को पार्टी ने नोटिस भेज पार्टी के कामों मे रुचि ना लेकर विधान परिषद उपाध्यक्ष के चुनाव में JDU के पक्ष मे वोट देने के लिए नोटिस दिया था। उसके बाद विधायक राजकुमार सिंह भाग खड़े हुए। लोजपा के नोटिस के बाद यह साफ हो गया था कि राजकुमार सिंह को लोजपा और बर्दाश्त नहीं करेगी।
LJP का कहना है कि लोक जनशक्ति पार्टी में धोखा देने वालों की कोई जगह नहीं है। इसलिए पार्टी ने राजकुमार सिंह पहले ही एक्शन ले लिया था। राजकुमार सिंह ने मटिहानी से LJP के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीता था। उधर, मटिहानी से यह खबर आ रही है कि राजकुमार सिंह के JDU में जाने का विरोध शुरू हो गया है।