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- Bihar News; Ground Report 2 From Nawada, Empty Liquor Bottles Found Outside Girls School
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नवादाएक घंटा पहलेलेखक: अमित जायसवाल
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अभी बंद लड़कियों का स्कूल और उसके गेट पर फेंकी गई शराब की बोतलें।
बिहार में पूर्ण शराबबंदी को लागू हुए पूरे 5 साल हो गए हैं। अप्रैल 2016 में नीतीश कुमार की सरकार ने इसे लागू किया था। हालात सुधरने के बजाए और बदत्तर ही हो गए। इसकी पोल नवादा में हुई जहरीली शराब कांड ने खोल दी। इसी मामले की असलियत जानने के लिए जब पटना से भास्कर की टीम नवादा पहुंची तो वहां एक और चौंकाने वाली बात सामने आई। प्रसात बिगहा नवादा का शहरी इलाका है। मेन रोड पर ही यहां राजकीय कन्या मध्य विद्यालय है यानी लड़कियों की पढ़ाई का सरकारी स्कूल। यहां क्लास 1 से 8 तक की लड़कियों को पढ़ाया जाता है। कोरोना के बढ़ते प्रकोप की वजह से स्कूल तो हमें बंद मिला। लेकिन, स्कूल के गेट पर जो हमें दिखा, वो राज्य सरकार की पूर्ण शराबबंदी की बखिया उधेड़ रही थी।
स्कूल गेट के दाहिने साइड में कूड़ा और कचड़ा पड़ा हुआ था। हमारी नजर वहीं पर पड़े शराब की खाली फेंकी हुई बोतलों पर पड़ी। जिसमें झारखंड से आई देसी के साथ-साथ अंग्रेजी शराब की बोतलें भी फेंकी हुई मिली। फेंकी हुई बोतलों की संख्या अच्छी-खासी थी। खाली पड़े शराब के कुछ बोतल पुराने लग रहे थे। मगर, अधिकांश को देख कर लग रहा था कि उन्हें एक-दो दिनों पहले ही पीकर वहां फेंका गया हो।

यहीं गेट के एक बगल पड़ी देसी शराब की बोतलें।
बगल में थाना, पेट्रोलिंग पर उठे सवाल
लड़कियों के इस सरकारी स्कूल से टाउन थाना की दूरी महज 200 से 250 मीटर के बीच की है। आश्चर्य की बात है कि नवादा के शहरी इलाके में शराब की सप्लाई बहुत आसानी से हो रही है। लोग खरीद रहे हैं और पी रहे हैं। आसानी से पीकर बोतल को स्कूल की गेट पर फेंक चले जा रहे हैं और टाउन थाना की पुलिस तो छोड़िए चंद किलोमीटर की दूरी पर स्थित SP ऑफिस और उनकी स्पेशल टीम को भी इसकी भनक तक नहीं लग रही है।
सवाल जिला पुलिस के इंटेलिजेंस के साथ-साथ थाना की पेट्रोलिंग पर भी उठ रहे हैं। आखिर नवादा में यह कैसी पुलिसिंग हो रही है? बिहार में यह कैसी पूर्ण शराबबंदी है? इसका जवाब किसी के पास नहीं है? नवादा का जिला प्रशासन और पुलिस की टीम शुरूआत में बगैर कोई जांच किए जहरीली शराब कांड को तो सीधे से इनकार ही कर गए थे, पर सरकारी स्कूल के बाहर कैमरे में कैद हुई तस्वीरों ने इनकी पोल खोल कर रख दी है।
एक स्थानीय व्यक्ति का दावा था कि शराब की खाली बोतलें जितनी संख्या में स्कूल की गेट पर दिख रही है, उससे कहीं ज्यादा स्कूल कैंपस के अंदर आपको मिलेगी। भास्कर टीम ने इस इनपुट को खंगालने और इसकी असलियत जानने की कोशिश भी की। मगर, स्कूल की गेट पर ताला लटका था। अंदर जाने का कोई दूसरा रास्ता नहीं था। इस कारण उसे हम खंगाल नहीं पाए।